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आपको अपने व्यवसाय को ज्यादा से ज्यादा खरीदारों तक पहुंचाने के लिए एक वेबसाइट की प्लानिंग करते हुए देखकर बहुत अच्छा लगा। एक सही तरीक से बनाई गई वेबसाइट एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ आपके ग्राहक आते हैं चीज़ों या आपकी सर्विस को देखते हैं रिव्यु करते हैं खरीददारी करते करते हैं| अगर आपकी वेबसाइट जल्दीबाजी या बिना सोचे समझे कॉपी पेस्ट कर के बनाया गया हैं तो जाहिर सी बात है डिजाईन में कुछ नयापन नहीं होगा और न ही , ये वेबसाइट ग्राहकों को लुभाने में सफल होगी , और नतीजतन आप बिक्री के टारगेट से चूक सकते हैं।
वेबसाइट डिजाइन करना अपने आप में एक बहुत बड़ा काम है जिसे अच्छे तरीके से प्लानिंग करके किया जाना चाहिए। वायर फ्रेम बनाने से लेकर कच्चे डिज़ाइन तक, हर कदम पर वेबसाइट ऐसा बनाया जाता है ताकि आपकी वेबसाइट को सुन्दर और आसानी से काम में लिया जा सके। इसके डिज़ाइन और कंटेंट से लेकर लेआउट और एलिमेंट प्लेसमेंट तक, आपकी वेबसाइट में सभी चीजें बढ़िया होनी चाहिए। यहाँ पर मैं आपको बताऊंगा की आपको अपनी वेबसाइट बनाते समय किन किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए।
एक अच्छा प्लेटफार्म
अपनी वेबसाइट बनाने के लिए कौन सा प्लेटफॉर्म चुनना है, ये एक जरूरी सवाल है। एक प्लेटफार्म आपकी वेबसाइट की नींव है। आजकल कई प्लेटफार्म उपलब्ध हैं जिनमे से आपको जो भी बढ़िया लगे चुन सकते हैं।हालांकि, सही प्लेटफॉर्म चुनने से पहले, आपको अपनी जरूरतों और फीचर के बारे में साफ़ साफ़ पता होना चाहिए, जिन्हें आप अपनी वेबसाइट में देखना चाहते हैं।
आपके द्वारा चुना गया प्लेटफार्म यूजर के लिए सही , किफायती तो होना ही चाहिए साथ ही ऐसा भी जिसको आप आसानी से मेन्टेन कर सकें। चाहे ये एक साधारण ब्लॉग हो, एक सर्विस वेबसाइट हो या एक बहुत बड़ा ईकामर्स पोर्टल हो सही प्लेटफ़ॉर्म चुनाव जरूरी हैं ।
वेबसाइट बनाने वाले:
अगर आप केवल एक साधारण ब्लॉग जैसा कुछ चाहते हैं तो आप खुद ही आसानी से वेबसाइट को डिजाईन कर सकते हैं | आपके पास Weebly एक बढ़िया आप्शन है। Weebly का वेबसाइट बिल्निडर फीचर के द्वारा आप आसानी से ड्रैग एंड ड्रॉप इंटरफ़ेस का उपयोग करके एक वेबसाइट को बना सकते हैं । हालंकि ऐसे प्लेटफ़ॉर्म कुछ कॉमन, सीमित सुविधाएँ और कम स्टोरेज दे पात हैं करते हैं लेकिन आजकल ये बहुत ज्यादा उपयोग किए जाने वाले प्लेटफॉर्म हैं। एक अनुमान के मुताबिक़ विश्व की 15 मिलियन से अधिक वेबसाइटों को इन प्लेटफॉर्म पर बनाया जा रहा हैं।
कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (Content Management System) के जरिये आपकी वेबसाइट को डिजाइन तो किया ही जा सकता हैं साथ ही वेबसाइट की फीचर्स और वेबसाइट को सुन्दर भी बनाया जा सकता हैं । एक बार इंस्टॉल हो जाने पर, आप इजी यूजर इंटरफेस से अपनी वेबसाइट पर पेज, पोस्ट, फोटो , वीडियो, लिंक जैसे एलिमेंट जोड़ सकते हैं।
आजकल आप ज्यादातर चीजों के लिए सीएमएस(CMS) का काम में ले सकते हैं – static वेबसाइट, ब्लॉग, ईकॉमर्स, फ़ोरम, मेम्बरशिप साइट, और बहुत कुछ।आजकल wordpress, drupal और joomla वेबसाइट बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे पसंदीदा प्लेटफॉर्म हैं।
2. लोडिंग स्पीड
जब आपकी वेबसाइट तेयार हो जाती है और लाइव है तो इसके बाद सबसे जरूरी है , इसकी लोडिंग स्पीड की जांच करना । अगर आपकी वेबसाइट को लोड होने में 3 सेकंड से ज्यादा का टाइम लगता हैं तो यूजर ऐसी वेबसाइट को छोड़कर ऐसी वेबसाइट को चुनते हैं जो आप जैसा ही कंटेंट देती है लेकिन जल्दी लोड होती है। यदि आपकी साइट आपके गेस्ट को इन्तेजार काफी करवाती रहती है तो ये ऐसे ही है जैसे आपकी वेबसाइट बंद पड़ी है ।
अपनी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड की जांच करने के लिए आप गूगल के स्पीड टेस्टर टूल का उपयोग करें। यदि आपका शुरूआती स्कोर 6 सेकंड से अधिक है, तो आपको अपने वेबसाइट या पेज की स्पीड पर काम करने की जरूरत है | वेबसाइट की स्पीड बढाने के लिए कुछ जरूरी टिप्स निचे दिए गए हैं
- Browser caching को चालू करने
- Content delivery network को काम में लें
- resources को बढाए
- जरूरत में नहीं आने वाले plugins / add-ons को हटा दें
3. एक शानदार होम पेज:
एक वेबसाइट का होम पेज user को आपके व्यवसाय के बारे में एक बेसिक आईडिया देता है। अक्सर एक होम पेज वह पेज होता है जहां एक विज़िटर सबसे पहले आता है। अपने होम पेज को इफेक्टिव और लगातार अपडेट रखें ताकि यह आपके ब्रांड और इसकी विशेषज्ञता के बारे में यूजर्स को अच्छे तरीके से बताया जा सके। जैसे ही user आपकी वेबसाइट पर आते हैं आपकी website के जरिये उनको कम से कम निचे दिए गए सवालों के जवाब तो दिए ही जाने चाहिए|अगर ये सब आपकी वेबसाइट में हैं तो आपकी वेबसाइट अच्छे से डिज़ाइन किया गया हैं :
- आप क्या offer करते हिं
- आपने किस तरह की Audience के लिए वेबसाइट बनाई है
- आपकी professional capabilities
- आपके clients
- आप बाकी से अलग क्यों हैं
होम पेज कैसा दिखना चाहिए, इसका कोई फिक्स्ड स्टैण्डर्ड नहीं हैं। हालाँकि, इसमें कम से कम आपकी कंपनी का लोगो, टैगलाइन, नेविगेशन मेनू और आपके व्यवसाय का संक्षिप्त विवरण होना चाहिए बाकी आप सब आपकी पसंद से आप बना सकते हैं
4. आसान नेविगेशन:
जब कोई विज़िटर आपकी वेबसाइट पर पहली बार आता है, तो उसके पास विजिट करने का कोई न को उद्देश्य जरूर होता है या की लेन-देन पूरा करना होता है। वह इनफार्मेशन /सर्विस खोजने के लिए नेविगेशन के माध्यम से प्रवेश करता है। दुर्भाग्य से, अगर आपकी नेविगेशन का स्ट्रक्चर उसे कई तरह की केटेगरी , सब केटेगरी और dead लिंक के चक्रव्यूह में फंसा देती है, तो वह user बेहतर आप्शन मिलने पर आपकी वेबसाइट छोड़ देता है। आपके ग्राहकों के पास आपकी सफलता की कहानियों को पढ़ने और आपकी अंतिम विदाई की तस्वीरें देखने के लिए कम समय है तो इस तरह की इनफार्मेशन देने के बजाय, उनको केवल वो जानकारी जल्दी से मिल जानी चाहिए जिसके user ने आपकी वेबसाइट को विजिट किया हैं ।
ग्राहकों के लिए अपनी पसंद की जानकारी ढूँढ़ने और खोजने के लिए आपकी वेबसाइट का नेविगेशन आसान होना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्राहक किसी सूरी वेबसाइट पर गए हैं तो खराब नेविगेशन भी इसका एक मुख्य कारण हो सकता हैं।
5. सर्च करने की सुविधा:
नेविगेशन के साथ अपने होम पेज पर सर्च बॉक्स लगाना न भूलें। इससे ग्राहकों को ऐसी जानकारी खोजने में मदद मिलती है जिसे वे नेविगेशन मेनू का उपयोग करके आसानी से नहीं ढूंढ पाते हैं। ये पक्का करें कि सर्च बॉक्स आसानी से दिखाई दे रहा है, इसलिए जब ग्राहक सर्च बॉक्स में सामग्री टाइप करते हैं, तो उन्हें उनके द्वारा मांगी गई जानकारी के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।अगर किसी वेबसाइट में ब्लॉग पोस्ट हैं जिसमे कई सौ पोस्ट या पेजेज हैं तो सर्च बॉक्स तो एक सुविधा की तरह है जिससे पाठकों को मैन्युअली सर्च नहीं करना पड़ता बस कुछ ही सेकंड्स में जो जानकारी user को चाहिए उसके सामने होती हैं
6. कांटेक्ट डिटेल्स:
अधिकांशनए बिज़नस केवल इसलिए फ़ैल हो जाते हैं क्योंकि उन्हें ग्राहक से जुड़े रहने से होने वाले फायदों का एहसास नहीं होता है। कई ऐसे मौकेभी आते हैं जब आपके ग्राहक आपसे फेस टू फेस बात करना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उनके प्रश्नों का समाधान जल्द से जल्द किया जाए। यदि आपने अपनी वेबसाइट पर अपना कांटेक्ट नंबर, ईमेल और पता नहीं दिया है तो जल्दी से जल्दी ये सब जानकारी वेबसाइट में अपडेट कीजिये । सोशल मीडिया टुडे के हिसाब से लगभग 93 प्रतिशत बिज़नस जो अपना एड्रेस वेबसाइट में नहीं देते हैं, उनके हाथ से बड़े अवसर चूकने की संभावना है।
7. अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब:
लेन-देन करते समय, ग्राहक के पास कई सवाल हो सकते हैं जो की ज्यादातर आपके उत्पाद या सेवा के संबंध में हो सकते हैं। ऐसे सवाल जो बार बार पूछे जा रहे हैं उन सवालों के जवाब पहले से अपनी वेबसाइट में पब्लिश कर के आप अपना और ग्राहक दोनों का टाइम बचा सकते हैं
8. प्रोफेशनल यूजर इंटरफ़ेस
चाहे वह ब्लॉग, सर्विस पोर्टल या ऑनलाइन स्टोर हो, यह दिखने में बहुत अच्छा और प्रोफेशनल होना चाहिए। इसके लेआउट से लेकर नेविगेशन और कंटेंट से लेकर एम्बेडेड मल्टीमीडिया एलिमेंट (फोटोज , वीडियो और इन्फोग्राफिक्स) तक, बड़े अच्छे से वेबसाइट पर लगे होने चाहिए।
आजकल बिना डिज़ाइनर के भी आप सुंदर वेबसाइट बना सकते हैं | अगर आप वर्डप्रेस का उपयोग कर रहे हैं, तो 1000-10000 की एक प्रीमियम थीम खरीदें, जिसमें शानदार सुविधाओं और शानदार features हों । खरीदी गई थीम के साथ, आप डेडिकेटेड टेक्निकल सपोर्ट और और टाइम टू टाइम नए अपडेट free में डाउनलोड कर सकते हैं।
9. नेविगेशन पॉइंट्स:
हर अच्छा वेब डिज़ाइनर जब भी वेबसाइट को डिजाईन करता हैं वो नेविगेशन मेनू पर विशेष ध्यान देता है | कई बार आपकी वेबसाइट बिना user की इच्छा के user को दूसरी वेबसाइट पर फॉरवर्ड कर देती हैं ये ज्यादातर वेबसाइट पर लगे advertisment के दौरान होता हैं अगर मेरी बात करने तो मैं इसे अलग ढंग से करता, मैं user को पहले एक थोडा सा भूमिका बना कर बताता की जो भी user को चाहिए वो user को मिल सकता हैं एक page के जरिये | और इस page पर बाकी सब लिंक्स होंगे पर user विजिट करना चाहेगा | अगर आप user को सीधा ही किसी दूसरी वेबसाइट पर भेजते हैं या फिर पॉपअप जैसा कुछ भी गड़बड़ होती हैं तो user तुरंत बैक बटन पर कूद जाता है।
10. अच्छे फोटो:
अच्छे फोटो किसी वेबसाइट के सबसे महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक हैं, विशेष रूप से इसके लैंडिंग पेज के लिए । यदि किसी लैंडिंग पेज में उबाऊ, थकाऊ और बेढंगे फोटो हैं, तो आपकी नाव के गलत किनारे पर हैं। हालाँकि, एक बढ़िया फोटो चुनना हमेशा एक कठिन काम होता हैलेकिन home page पर ऐसे ही फ़ोटोग्राफ लगाएं जिनका कोई पॉजिटिव मतलब निकालता हो । ब्लॉगिंग या सोशल नेटवर्क पर तो फिर भी काफी ठीक हैं लेकिन जब लैंडिंग पेज की बात आती है तो केवल एक यूनिक और अच्छी फोटो ही लगानी चाहिए |
11. कंटेंट की क्वालिटी /स्तर
कंटेंट किसी भी वेबसाइट का सबसे जरूरी भाग हैं , कंटेंट हमेशा सटीक और पूरा होना चाहिए ताकि page पर दिखने वाली सर्विस और प्कोरोडक्ट को कवर किया जा सके। चूंकि आपका काम औरों से अलग होता हैं इसलिए आपकी वेबसाइट का कंटेंट भी अलग होना चाहिये | साथ ही मैं कंटेंट की क्वालिटी पर भी ध्यान देनें की सलाह दूंगा |
12. कॉल-टू-एक्शन:
यदि आप मुझसे पूछें, तो लैंडिंग पृष्ठ पर सटीक कॉल-टू-एक्शन बटन लगाते समय वेब डिज़ाइनर सबसे बड़ी गलती करते हैं। यदि विशेषज्ञों की माने तो अगर आपकी वेबसाइट पर चीजें खरीदी या बेचीं जाती हैं | user अगर छोटा सामान खरीदता है तो कोई बड़ी बात नहीं लेकिन जब बड़ा बात कई हजारों की हो तो ऑनलाइन payment से पहले इस बड़े आर्डर को कन्फर्म करने के लिए user एक असली के आदमीं से बात करना चाहता हैं ताकि वो ये कन्फर्म कर सके की उसके पैसों का कोई नुक्सान नहीं होगा
13. SSL सर्टिफिकेट :
एक SSL सर्टिफिकेट खरीदारों को सुरक्षा की भावना देता है जी हाँ ये काफी सिक्योर भी हैं |आपकी वेबसाइट पर होने वाले रिक्वेस्ट एनकोडेड होती है जिससे की हैकिंग की संभवाना कम हो जाती है हालंकि हैकिंग को नाकारा नहीं जा सकता|
14. रेस्पोंसिव डिजाईन
आजकल user कई तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिये इन्टरनेट चलते हैं | कोई इन्टरनेट को मोबाइल से , कोई कंप्यूटर या लैपटॉप से और कोई बाकी अलग अलग तरह की कस्टम स्क्रीन साइज़ वाली डिवाइस से | एक अच्छी वेबसाइट वो ही है जो हर तरह की स्क्रीन पर अच्छी दिखे | इसके लिए आजकल की वेबसाइट को रेस्पोंसिव तरीके से डिजाईन किया जाता है जो इस बात की गारंटी देती है की आपकी वेबसाइट मोबाइल , टेबलेट , कंप्यूटर और बाकी अलग अलग साइज़ की स्क्रीन कर अच्छी ही दिखेगी |
15. शेयरिंग का आप्शन
अगर आप अपनी वेबसाइट पर खूब सारे ग्राहक चाहते हैं तो आपकी वेबसाइट का कंटेंट आसानी से शेयर करने लायक बनाना चाहिए ताकि आपका कंटेंट सोशल मीडिया पर अच्छा दिखे और आसानी से शेयर किया जा सके
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